िसवनी िजला, मȯ Ůदेश का एक समृȠ जैव-िविवधता वाला Ɨेũ है, िजसमŐिविभɄ Ůकार के वɊजीव, वन˙ितयाँ, और पाįरİ̾थितक तंũ शािमल हœ। यह Ɨेũ न के वल पाįरİ̾थितकी तंũ सेवाओंमŐमहȕपूणŊभूिमका िनभाता है, बİʋ ̾थानीय समुदायो ंकी आजीिवका और सांˋृ ितक धरोहर का भी अिभɄ िहˣा है। हालांिक, िपछलेकु छ दशको ंमŐमानवजिनत गितिविधयो ं, जैसेवनो ंकी कटाई, अवैध िशकार, और कृ िष िवˑार, नेइस Ɨेũ की जैव-िविवधता को गंभीर खतरेमŐडाल िदया है। िसवनी िजलेमŐ1990 से 2020 के बीच वनो ंकी कु ल 15% कटौती Šई है, िजससेवɊजीवो ंके Ůाकृ ितक आवासो ं मŐभारी कमी आई है। इस शोध मŐिसवनी िजलेकी जैव-िविवधता के संरƗण के िलए िकए गए Ůयासो ंका िवʶेषण िकया गया है। पŐच राʼŌ ीय उȨान और अɊ संरिƗत Ɨेũो ंकी ̾थापना के माȯम सेसंवेदनशील Ůजाितयो ंके संरƗण के Ůयास िकए गए हœ। इसके अलावा, ̾थानीय समुदायो ंको संरƗण के महȕ के Ůित जागŝक करनेके िलए िविभɄ कायŊŢम चलाए गए हœ। Ůकृ ित आधाįरत पयŊटन को भी बढ़ावा िदया जा रहा है, जो सतत िवकास का एक साधन सािबत हो सकता है। उदाहरण के िलए, 2023 मŐपŐच राʼŌ ीय उȨान मŐपयŊटको ंकी संƥा मŐ20% की वृİȠ Šई, िजससे̾थानीय अथŊʩव̾था को भी लाभ पŠंचा। पįरणामˢŝप, इन Ůयासो ंसेजैव-िविवधता के संरƗण मŐकु छ सकाराȏक Ůभाव देखनेको िमलेहœ, जैसेिक बाघो ंकी संƥा मŐ10% की वृİȠ, लेिकन अभी भी कई चुनौितयाँबनी Šई हœ। सतत िवकास के लƙो ंको Ůाɑ करनेके िलए सामूिहक और समİɋत Ůयासो ंकी आवʴकता है। यह शोध िसवनी िजलेकी जैव-िविवधता को संरिƗत करने और उसेसतत िवकास की िदशा मŐलेजानेके िलए ठोस रणनीितयो ंका Ůˑाव देता है।